बग्वालीपोखर: रानीखेत–कौसानी मार्ग का अनदेखा रत्न
उत्तराखंड की गोद में बसे पहाड़ी गाँवों की बात ही कुछ और होती है। हर मोड़ पर प्रकृति कुछ कहती है, हर पेड़-पौधे में कोई कहानी छुपी होती है। ऐसी ही एक जगह है — बग्वालीपोखर, जो रानीखेत और कौसानी के बीच पड़ता है, लेकिन आज भी पर्यटकों की मुख्यधारा से थोड़ा अछूता है।
📍 कहाँ है बग्वालीपोखर?
बग्वालीपोखर, अल्मोड़ा जिले के अंतर्गत आता है और यह द्वाराहाट ब्लॉक में स्थित एक सुंदर गाँव है। यह स्थान रानीखेत से कौसानी जाते हुए मुख्य सड़क पर ही पड़ता है, इसलिए यह एक आदर्श हॉल्ट पॉइंट है।
🌿 क्यों रुकें बग्वालीपोखर में?
🧘♂️ 1. शांति और प्राकृतिक सुकून
अगर आप पहाड़ों में शांति की तलाश कर रहे हैं, तो बग़्वालीपोखर बिल्कुल परफेक्ट है। यहाँ का वातावरण शांत, प्रदूषण मुक्त और एकदम सादा है।
📷 2. प्राकृतिक सौंदर्य और दृश्य
हालांकि गाँव मुख्य रूप से घने जंगलों और खेती-बाड़ी के लिए जाना जाता है, परंतु नज़दीकी ऊँचाई वाले स्थानों से आपको हिमालय की बर्फीली चोटियाँ भी देखने को मिल सकती हैं।
लुंडसू टॉप, जो यहाँ से कुछ दूरी पर है, वहाँ से पंचाचूली, त्रिशूल और नंदा देवी की पहाड़ियाँ स्पष्ट रूप से नजर आती हैं।
☕ 3. एक कप चाय और गाँव की आत्मीयता
बग्वालीपोखर में छोटे-छोटे चाय के ढाबे और स्थानीय दुकानदारों से बातचीत करना आपको एक अलग अनुभव देगा। यहाँ के लोग बेहद मिलनसार और मेहमाननवाज़ होते हैं।
🚶♂️ क्या करें यहाँ?
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गाँव में पैदल भ्रमण करें – पारंपरिक घर, खेत और स्कूल आपको गांव की जड़ से जोड़ते हैं।
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फोटोग्राफी – खासकर सुबह और शाम के समय यहाँ की रोशनी और हरियाली बेहद सुंदर दृश्य प्रस्तुत करती है।
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स्थानीय भोजन का स्वाद लें – अगर मौका मिले तो किसी ग्रामीण परिवार से ‘मंडुए की रोटी’ या ‘भट्ट की दाल’ जरूर चखें।
🗺️ नजदीकी दर्शनीय स्थल
स्थान | दूरी लगभग | खासियत |
---|---|---|
रानीखेत | 30-35 किमी | झूला देवी मंदिर, गोल्फ ग्राउंड |
कौसानी | 15-20 किमी | चाय बागान, गांधी आश्रम |
द्वाराहाट | 20 किमी | ऐतिहासिक मंदिर, लोककला संग्रह |
लुंडसू टॉप | 6-8 किमी | हिमालय व्यू पॉइंट |
📌 निष्कर्ष
बग्वालीपोखर कोई बड़े होटलों और रिज़ॉर्ट्स से भरा हिल स्टेशन नहीं है — बल्कि यह एक असली पहाड़ी गाँव का एहसास दिलाने वाला ठहराव है।
अगर आप उत्तराखंड की यात्रा में कुछ अलग, कुछ असली, और कुछ शुद्ध अनुभव करना चाहते हैं, तो इस छोटे से गाँव में ज़रूर कुछ पल बिताएं।
💡 ट्रैवल टिप:
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यहाँ ठहरने के लिए सीमित विकल्प हैं, इसलिए बेहतर होगा कि आप इसे डे विज़िट या शॉर्ट हॉल्ट की तरह प्लान करें।
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कैमरा ज़रूर साथ रखें — आप चाहें तो इस गाँव को अपने अगले फोटोजर्नल या व्लॉग का हिस्सा बना सकते हैं।
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