Kausani

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उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित कौसानी, हिमालय की शानदार वादियों में बसा एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। महात्मा गांधी ने इसे “भारत का स्विट्ज़रलैंड” कहा था, और यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता इसे एक अनूठा पर्यटन स्थल बनाती है। अगर आप कौसानी की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो यह ट्रैवल गाइड आपकी यात्रा को आसान और यादगार बनाने में मदद करेगा।

कौसानी क्यों जाएं?

  • हिमालय का विहंगम दृश्य: त्रिशूल, नंदा देवी और पंचाचूली जैसी हिमालय की ऊँची चोटियों का मनोरम दृश्य यहाँ से देखा जा सकता है।
  • शांत वातावरण: शहर की भीड़भाड़ और शोरगुल से दूर, यह स्थान शांति और सुकून प्रदान करता है।
  • चाय के बागान: कौसानी अपने जैविक चाय बागानों के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ घूमना एक अद्भुत अनुभव होता है।
  • गांधीजी से जुड़ा इतिहास: अनासक्ति आश्रम, जहाँ महात्मा गांधी ने कुछ समय बिताया था, यहाँ के प्रमुख आकर्षणों में से एक है।
  • साहित्य और संस्कृति: हिंदी के महान कवि सुमित्रानंदन पंत का जन्मस्थान होने के कारण साहित्य प्रेमियों के लिए भी यह स्थान खास है।

कौसानी कैसे पहुंचे?

  • हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर (170 किमी) है।
  • रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम (135 किमी) है।
  • सड़क मार्ग: कौसानी सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है और नैनीताल, अल्मोड़ा, व बागेश्वर से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

घूमने की जगहें

  1. पिनाथ ट्रेक: यह रोमांचक ट्रेक पिनाथ मंदिर तक जाता है, जो समुद्र तल से लगभग 2,750 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए एक शानदार अनुभव है और यहाँ से हिमालय का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है।
  2. अनासक्ति आश्रम: महात्मा गांधी द्वारा प्रवास किया गया यह आश्रम अब एक अध्ययन केंद्र है।
  3. सुमित्रानंदन पंत संग्रहालय: यहाँ उनकी कविताओं और जीवन से जुड़ी वस्तुएं प्रदर्शित हैं।
  4. कौसानी चाय बागान: ऑर्गेनिक चाय उत्पादन देखने और खरीदने के लिए यह बेहतरीन स्थान है।
  5. बैजनाथ मंदिर: 12वीं सदी का यह प्राचीन शिव मंदिर कौसानी से 17 किमी दूर स्थित है।
  6. रुद्रधारी जलप्रपात: ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए यह एक शानदार जगह है।

कौसानी में करने योग्य गतिविधियाँ

  • हिमालय दर्शन के लिए सूर्योदय और सूर्यास्त देखना।
  • स्थानीय कुमाऊँनी व्यंजनों का स्वाद लेना।
  • ट्रेकिंग और कैंपिंग का आनंद लेना।
  • हैंडमेड ऊनी कपड़ों, शॉल और आर्गेनिकचाय की खरीदारी।

कब जाएं?

मार्च से जून और सितंबर से नवंबर तक का समय यहाँ घूमने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। सर्दियों में बर्फबारी का आनंद लेने के लिए दिसंबर-फरवरी भी अच्छा समय है।

नजदीकी आकर्षण

अगर आपके पास अतिरिक्त समय है, तो आप निम्नलिखित स्थानों की यात्रा कर सकते हैं:

  • बागेश्वर (40 किमी) – बागनाथ मंदिर और सरयू-गोमती संगम के लिए प्रसिद्ध।
  • अल्मोड़ा (52 किमी) – ऐतिहासिक मंदिरों और बाजारों के लिए जाना जाता है।
  • रानीखेत (60 किमी) – खूबसूरत हिल स्टेशन और चौबटिया गार्डन के लिए मशहूर।

कौसानी सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि एक अनुभव है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और शांति इसे एक परफेक्ट डेस्टिनेशन बनाते हैं। अगर आप अपने अगले ट्रिप की योजना बना रहे हैं, तो कौसानी आपकी सूची में अवश्य होना चाहिए।

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